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जानिए तूफान क्या होते हैं?किस आधार पर इन तूफानों का नामकरण किया जाता है।

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से।  मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है।  तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्‍यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्‍लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्‍की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और इससे एक स

खूबसूरत पर्यटन स्थल तमिलनाडु

नमस्कार स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉक में।

 मैं आज लेकर आई हूँ भारत के दक्षिण भाग के खूबसूरत राज्य तमिलनाडु के बारे में कुछ रोचक जानकारी।

 तो चलते हैं सैर में   तमिलनाडु की ,

शहर तमिलनाडु राज्य भारत के दक्षिण भाग में स्थित है ।जो मंदिरों ,तीर्थ स्थलों के नाम के लिए जाना जाता है। 

तमिल नाडु हिल स्टेशन  से लेकर समुद्र तटों और  काफी ऐतिहासिक     स्थान देखने को मिलेंगे। जो घूमने के लिए एक संपूर्ण स्थान माने जाते हैं।



 बात करें हैं सबसे पहले क्षेत्र की वह है-


1-ऊटी-  ऊटी तमिलनाडु का बेहद खूबसूरत पर्यटन क्षेत्रों में से एक माना जाता है ।जहाँ पर हमे छोटे-छोटे पर्वत हमें दिखाई देते हैं। और अगर  हम   चारों तरफ  अपनी  नज़र  घुमाए  हमें    हरियाली ही दिखाई देगी ।
पहाड़ों की रानी के नाम से भी  जाना जाता है। 

एक समय में यहां ईस्ट इंडिया कंपनी का मुख्यालय था ।जो समुद्र से 2240 मीटर की ऊंचाई पर है।
 नीलगिरी पहाड़ी पर स्थित घूमने के लिए एक सम्पूर्ण  जगह के रूप में माना जाता है।
 यहां पर आपको    घूमने के लिए आपको टॉय ट्रेन मिलेगी ।
जो पहाड़ों के बीच से होकर गुजरती हो और हमें यहां के खूबसूरत नजारों की सैर कराती  है। जो लोग पर्वतों को देखने के शौकीन है  उनके लिए बेहद खूबसूरत पर्यटन क्षेत्र है ऊटी।



2-कन्याकुमारी-  कन्याकुमारी भारत के दक्षिणी छोर पर स्थित तमिलनाडु का बहुत बड़ा धार्मिक स्थल है ।ऐतिहासिक रूप से भी कन्याकुमारी का बहुत महत्व है ।
  कन्याकुमारी  को  पहले कैप कोमोरिन के रूप में जाना जाता था।
 कन्याकुमारी पहाड़ों, समुद्र तटों ,धान के खेतों और नारियल के पेड़ों से घिरा बेहद खूबसूरत जगह है।
 भारत का यह एकमात्र ऐसा राज्य है जहां पर सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद आप एक ही समुद्र तट  से  ले सकते हैं ।
कन्याकुमारी मंदिर जिसे भगवती अम्मन मंदिर या कुमारी अम्मन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
 कन्याकुमारी पूरे भारत के प्रमुख मंदिरों में से एक है। 
देवी भगवती को समर्पित कन्याकुमारी का मंदिर इतिहास में 3000 साल पुराना है।
 इसलिए यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल भी माना जाता है।


3-कांचीपुरम- कांचीपुरम तमिलनाडु का एक मुख्य शहर है।  कांचीपुरम साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। इसे 1000 मंदिरों के सुनहरे शहर के रूप में भी जाना जाता है। 
तमिलनाडु का कांचीपुरम एक बेहद खूबसूरत  क्षेत्र है ।यहां की साड़ी पूरे भारत में प्रसिद्ध मानी जाती है। यह विशेष रूप से एक सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र होने के लिए प्रसिद्ध माना जाता है।
 यह शहर प्रसिद्ध कांची कामाक्षी मंदिर का घर है। जो भगवान शिव की पत्नी थी ।
यह सारे मंदिर अपने वास्तु कला के लिए प्रसिद्ध माने जाते हैं ।यहां से 40  एकड़ में  फैला  सबसे बड़ा और प्रभावशाली मंदिर एकंबरेश्वर मंदिर है। 
जो देखने में बेहद खूबसूरत नक्काशी के लिए    प्रसिद्ध माना जाता है।

4-कोडाइकनाल- कोडाईकनाल तमिल नाडु का बेहद खूबसूरत पर्यटन क्षेत्र है। जहां चारों तरफ फैली हरियाली सभी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। 
कोडाईकनाल  समुद्र से 7200 फीट ऊंचाई पर है। कोडाईकनाल का अर्थ है, 'वनों का उपहार'। व
 यहां आपको   चारों तरफ  पेड़ों से ही घिरी हरियाली ही दिखाई देगी।

4-मदुरई- मदुरई तमिलनाडु का बहुत पुराना शहर है ।इस शहर पर पांडव राजा ने लंबे समय तक शासन किया था ।मदुरई को तमिलनाडु का सांस्कृतिक  राजधानी   भी माना जाता है।
 मदुरई में प्रसिद्ध मंदिर मीनाक्षी भी है ;जो देवी मीनाक्षी को समर्पित है। तिरुपुरकुंड्र्म  भगवान  मुरुगा को समर्पित  है ।
यह मंदिर बहुत  पुराना माना जाता है ।
यह शहर से 8 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर स्थित है ।

यहां पर गांधी संग्रहालय भी आपको देखने को मिलेगा। यहां पर गांधी की खून से सनी धोती  और बहुत सारी कलाकृतियां भी इस संग्रहालय में आपको देखने के लिए मिलेंगे ।

यहां पर आपको बहुत सारी  चीजें सस्ती कीमत पर मिल जाएंगी ।मदुरई अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। और घूमने के लिए एक संपूर्ण जगह के रूप में हम इसे मान सकते हैं।



5-महाबलीपुरम- तमिलनाडु का महाबलीपुरम अपनी नक्काशी दारी मंदिरों और rock-cut गुफाओं के लिए विश्व प्रसिद्ध है। जो तमिलनाडु राज्य में  बंगाल की खाड़ी के किनारे कोरोमंडल तट पर स्थित है।
 कहा जाता है दानव राजा महाबली के बाद महाबलीपुरम का नाम बदलकर मल्लापुरम रखा गया ।कुछ प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल शोर मंदिर और पांच रथ मगरमच्छ बैंक शामिल है 
जो मगरमच्छ की कुछ उत्तम प्रजातियों के लिए प्रसिद्घ माना जाता है।



6-यरकोड- एयरपोर्ट को गरीब आदमी का ऊंची कहा जाती कहा जाता कहा जाता है यह तमिलनाडु के सलेम जिले में सुंदर एक छोटा सा गाँव है। 
यहां पर जीवों, चर्चाओं, से लेकर मंदिरों तक सारी चीजें आपको देखने के लिए मिलेगी। यहां जो देखने लायक चीज है  वह  यरकोड में सूर्योदय  और सूर्यास्त का बहुत खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है ।
यह कोयंबटूर से लगभग 190 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।


7-कोयम्बटूर- कोयंबटूर तमिलनाडु का सबसे बड़ा शहर है ।कोयंबटूर विशेष रूप से वस्त्र उद्योग का प्रमुख केंद्र माना जाता है ।
कोयंबटूर में झरने  खुबसूरत पहाड़ घूमने लायक है ।छुट्टी बिताने के लिए कोयंबटूर को संपूर्ण जगह के रूप में माना जाता है ।
कोयंबटूर में बहुत सारे मंदिर भी हमें देखने को मिलेंगे जिनमें- ।

  ईचनारी,  विनयगर मन्दिर,मरुथमालई मरुगन मन्दिर, श्री अय्यपन मन्दिर, और तिरुमुर्ती मलाई मन्दिर  बेहद प्रसिद्ध माने जाते हैं।


 कैंपिंग और ट्रैकिंग करना भी इस जगह की विशेषता है 
इसलिए यहां घूमने के लिए सब चीजें आपको मिलेगी जो छुट्टी बिताने के लिए जरूरी होते हैं ।
जो सुंदर जगह आप घूमने के लिए ढूंढ रहे हैं वह सारी जगह आपको यहां पर मिलेंगी ।

8-वलपरई- तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में समुद्र तट से 1500  मीटर की ऊंचाई पर स्थित वालपराइ अपने हिल स्टेशन के लिए प्रसिद्ध माना जाता है ।
यह एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है; जो चारों तरफ छोटी-छोटी पहाड़ों, झीलों  से घिरा हुआ है। जो लोग झील   और हरियाली  को पसंद करते हैं उनके लिए यह जगह बहुत रोमांच भरी होती है।


9-येलगिरी- वेल्लोर में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन जो बेंगलुरु से सिर्फ 3 घंटे की दूरी पर है ।यह समुद्र तट से 1100 मीटर की ऊंचाई पर  बसा हुआ है। 
यहां पर भी छोटे-छोटे पहाड़, झील ,बाग ,विशेष रूप से गुलाब के बगीचे आपके यहां पर देखने को मिलेंगे। जो पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
 मूल रूप से येलगिरी  हिल स्टेशन है उसका संबंध जमीदारों से पहले था ।अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। ज्यादातर लोगों को इस हिल स्टेशन की जानकारी नहीं है। 
तो आप देखेंगे यहां पर भीड़ भी हमें बहुत कम दिखाई देती है। यहां पर जो शहद मिलता है वह पूरे भारत में कहा जाता है सबसे स्वादिष्ट और अच्छी किस्म का  और  शुद्ध होता है ।

10-तिरुनेलवेली- यह मेरी सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है। जो पूरी तरह से हरियाली से ढका हुआ है। जहां झरने और  मंदिर हमें देखने को मिलेंगे ।
यहाँ  आबाादी  भी  बहुत कम है  तो इसलिए यह जगह काफी शांत और शोरगुल से बहुत दूर है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है।


11-मुदुमलाई  राष्ट्रीय उद्यान -मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में कोयंबटूर से 150 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। 
यह बेहद खूबसूरत है, और यहाँ पर आपको अनेक प्रकार के जानवर और पक्षी देखने को मिलेंगे। पड़ोसी राज्य केरल व कर्नाटक दोनों की सीमाएं इस पार्क  से सटी हुई है ।
मुदुमलाई को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। यहाँ की सबसे रोमांचक चीज बर्ड वाचिंग है जो बच्चों को विशेष को अपनी तरफ आकर्षित करती है।


12-धनुषकोडी-  धनुषकोडी भी तमिलनाडु का बहुत प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह तमिलनाडु के तट पर स्थित एक छोटा सा , बहुत सुंदर और कम आबादी वाला पर्यटन स्थल है।

 जो 1964 में इस क्षेत्र में भारत में अब तक का सबसे भयंकर तूफान आया था। यह वह छोटा पर अपनी सुंदरता के कारण लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है।


13-कुंभकोणम-   यहां शहर दक्षिण भारत की दो प्रमुख नदियों कावेरी और अरशाला के बीच में बसा हुआ है जो बेहद सुंदर शहरों में से एक माना जाता है। 
यहाँ पर स्थित मंदिर उसमें जो नक्काशी की गई है वह बेहद बारीक और खूबसूरत है। यह शहर अपनी महान त्योहार  के लिए भी माना जाना जाता है ।
यह शहर भारतीय इतिहास में सबसे पुराने शहरों में से एक है। यह अपने ही प्रसिद्ध मंदिरों, चोल  विरासत और  शैक्षिक संस्थानों के लिए बहुत प्रसिद्ध है ।

यह बहुत कम लोग जानते हैं कि इसे भारत का कैंब्रिज भी कहा जाता है।


14-चेट्टीनाड-  तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में स्थित चेट्टिनाड राज्य ,समृद्ध विरासत कला और भव्य वास्तु कला के लिए प्रसिद्ध माना जाता है। 

चेट्टि  संस्कृत शब्द है;   जिसका अर्थ है धन। इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता है ।
यहाँ जितने भी मंदिर आप लोग देखेंगे सब महल की तरह बड़े और खूबसूरत दिखाई देते हैं ।

यहां पर सुंदर संग्रहालय भी है जो घूमने के लिए बहुत खूबसूरत जगहों में से एक माने जाते हैं ।

15-चितम्बरम-  तमिलनाडु के पूर्वी भाग में चिदंबरम बेहद खूबसूरत जगहों में से एक है। 
जहां पर बेहद खूबसूरत नटराज का मंदिर और कुछ अन्य लोगों के आवास के लिए प्रसिद्ध माना जाता है।
 जो एक बेहद पवित्र स्थान है ,और भगवान पर आस्था रखने वालों के लिए बेहद लोकप्रिय स्थान माना जाता है।


16- वेदांतंगल- महाबलीपुरम जिले में स्थित वेदांतंगल बेहद सुंदर जगह है। जो विशेष रूप से पक्षियों के लिए प्रसिद्ध मानी जाती है। 
बच्चों को विशेष रूप से अपने और यह आकर्षित करता है ;क्योंकि यहाँ पर आपको हर तरह के पक्षी देखने के लिए मिलेंगे। यहाँ आपको तमिलनाडु की स्थानीय संस्कृति के भी दर्शन होंगे। 

यह देश का सबसे पुराना जल पक्षी अभ्यारण क्षेत्र माना जाता है।



17-सलेम- सलीम तमिलनाडु का पांचवा सबसे बड़ा शहर है ।यहाँ कई प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। 
यहाँ आपको कई चर्चे और  मस्जिद भी देखने को मिलेंगे सलेम चेन्नई से 340 किलोमीटर दूर है।
 जो अपनी खूबसूरती से  पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

18-अनामलाई tiger  रिजर्व-   अन्नामलाई टाइगर रिजर्व को भारत के दक्षिण में स्थित इंदिरा गांधी वन्य जीव अभ्यारण और राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी जाना जाता है ।
यह बेहद खूबसूरत और लंबे समय से पौधों और जानवरों दोनों को जातियों की रक्षा करने के लिए प्रसिद्ध है।
 इस रिजर्व को आधिकारिक तौर पर वर्ष 2007 में एक टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। 
1848 में इसकी स्थापना के बाद लगातार राज्य के साथी रहे अनामलाई टाइगर रिजर्व का दौरा किए बिना तमिलनाडु की यात्रा को हम अधूरा मानेंगे ।
जो प्रकृति और फोटोग्राफी से प्यार करता है उसके लिए यह एक बेहद रोमांचक जगहों में से एक मानी जाती है।


यह सारी जगह तमिलनाडु की बहुत ही प्रसिद्ध खूबसूरत जगह है ।




अगर हम बात करें तमिलनाडु के प्रसिद्ध भोजन की तो किसी भी जगह का भोजन उस जगह की पहचान माने जाते है ।
तो बात करें हम तमिलनाडु के भोजन की तमिलनाडु अगर हम जाते हैं तो आप लोगों को दोनों तरह के खाने में भोजन मांसाहारी और  शाकाहारी  मिलेंगे। 

यहां मुख्य रूप से यहां चावल, दाल, फलियां। मसालों में करी पत्ता ,दालचीनी, लॉन्ग, अदरक, लहसुन जो सबसे ज्यादा प्रयोग  नारियल का  आपको मिलेगा। 
नारियल का  तेल  और नारियल का दूध,का प्रयोग होता है।
 तमिलनाडु की अगर हम खाने की बात करें तो मेरी सबसे पसंदीदा जो खाना है वह है सांभर।

 तमिलनाडु के   सभी    भोजन  बेहद स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है । 
यहाँ  अगर आप जाएंगे रेस्टोरेंट तमिलनाडु में तो; यहाँ  लोग बहुत प्यार से भोजन परोसते हैं। यहाँ की सबसे ज्यादा जो चीज मुझे अच्छी लगती है वह है यहां केले के पत्तों में जो भोजन परोसा जाता है और  यहाँ  आपको  जमीन  में बैठकर खाना खिलाया जाता है।

 वह चीज मुझे सबसे ज्यादा अच्छी और दिल को छूने वाली लगती है। 

 कुछ रेस्टोरेंट पर आपको टेबल और चेयर में भी खाना मिलेगा। दक्षिण भारत में जितने भी व्यंजन अगर मैं बात करूं तो स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद लाभकारी होती ही है; साथ में खाने में उतने ही स्वादिष्ट भी।  

दक्षिण भारत के  सभी व्यंजन स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभकारी माने जाते हैं बात करें अगर हम यहां पाई जाने वाली कॉपी  कि तो  मेरे    मुँह में  स्वाद आने लगता है  वह शायद इसीलिए क्योंकि यहां जो फिल्टर कॉफी मिलती है  उसको विशेष रूप से बनाया जाता है जिसके  बींस को पहले भुना जाता है फिर पाउडर बनाकर उसकी कॉपी तैयार की जाती है। तमिलनाडु की फिल्टरकॉफी   पूरे विश्व में बहुत प्रसिद्ध मानी जाती है ।



 बात करें हम यहां घूमने के समय की-


 तो घूमने के लिए जो सबसे अच्छा समय रहता वह है सर्दियों का यानी नवंबर से फरवरी तक का मौसम घूमने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है;; 

क्योंकि दक्षिण भारत एक समुद्र के किनारे बसा हुआ राज्य है तो यहां पर गर्मी बहुत ज्यादा होती है तो घूमने के लिए सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है ना अधिक गर्मी होती है ना अधिक यहाँ पर सर्दी।
बात करें यहां पहुँचने  की तो भारत का तीसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा चेन्नई का है।
 जो मुख्य शहर से 7 किलोमीटर दूरी पर है ।जहाँ पर राष्ट्रीय और घरेलू दोनों प्रकार की उड़ाने उड़ते हैं। 

अंतरराष्ट्रीय उड़ाने अन्ना टर्मिनल से  उतड़ी है जबकि काम राज टर्मिनल से करे घरेलू उड़ानें उड़ती है। दोनों एक दूसरे से 150 मीटर की दूरी पर है।



 बात करें अगर हम ट्रेन की तो चेन्नई सेंट्रल और चेन्नई एग्मोर दो मुख्य लंबी दूरी की  ट्रेन स्टेशन है। 
यहाँ पर चेन्नई से बेंगलुरु,  मुंबई, कोयंबतूर ,दिल्ली, कोचिन, हैदराबाद, कोलकाता और भारत के अधिकांश बड़े शहरों के लिए ट्रेनें जाती हैं ।


एग्मोर स्टेशन तमिलनाडु के अधिकांश स्थानों और इसके बाहर कुछ महत्वपूर्ण स्थानों को कवर करता है ।

एग्मोर वाली लंबी ट्रेनें  तांबरम और कुछ पेरंबूर में जा कर रुकती है; जो दोनों चेन्नई के उपनगर क्षेत्र में ही  है ।



बात करें अगर हम बस की तो सबसे बड़ी बात एशिया का सबसे बड़ा बस स्टेशन चेन्नई में है।
 सात अलग अलग राज्य के स्वामित्व वाले निगम हैं जो दक्षिण भारत के अंदर ही अलग-अलग स्थानों में बस चलाते हैं।


 तो चाहे हवाई जहाज हो  या बस किसी भी तरह की यहां पहुँचने  के लिए कोई भी परेशानी आप लोगों को नहीं होगी।।

 समय आज जो चल रहा है उसमें तो  कहीं भी  निकलना हम सभी के लिए बहुत मुश्किल है; 
पर कोई बात नहीं चीजें कभी तो ठीक होंगी तब  तमिलनाडु घूमने आप लोग जरुर आइएगा घूमने के लिए यह   सबसे   खुबसूरत   पर्यटन स्थलों में से एक है ।


बहुत बहुत धन्यवाद मेरा ब्लाॅग पढ़ने के लिए । 



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