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जानिए तूफान क्या होते हैं?किस आधार पर इन तूफानों का नामकरण किया जाता है।

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से।  मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है।  तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्‍यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्‍लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्‍की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और इससे एक स

क्या खोया क्या पाया साल 2020 में

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग आज  साल   2020 के आखिरी दिन  में ।


  आज है साल का आखरी दिन 31 दिसंबर। 
हम सभी नए साल का इंतजार करते हैं और इसी आशा के साथ नए साल का स्वागत करते हैं कि नया साल हम सब के जीवन में खुशियां लेकर आए।
 2020 का साल  हम सभी और  पूरे विश्व के लिए बहुत बुरा  और मुश्किलों भरा रहा।

 पर कोई बात नहीं जाते जाते कुछ यादें हम  ताजा करते हैं साल 2020 की।

 साल 2020   में निर्धन वर्ग हो या धनी वर्ग दोनों वर्ग पर ही इस साल की मार पड़ी है। 

पर सबसे ज्यादा   निर्धन वर्ग पर  असर पड़ा । न जाने कितने लोग बेरोजगार हो गए। कुछ लोगों के लिए तो  दो वक्त की रोटी जुटाना  भी मुश्किल हो  गया था।

 ऐसा नहीं है महामारी से केवल भारत में ही इसकी मार पड़ी बल्कि पूरे विश्व यहाँ तक कि शक्तिशाली देश भी  इस महामारी  के  कहर से बच नहीं पाए।

 सभी देशों की अर्थव्यवस्था को इस महामारी ने मिट्टी में मिला दिया।

 स्कूल, कॉलेज, और  बहुत सारे शिक्षण संस्थान भी पूरी तरह से बंद हो गए। जिसका सीधा असर हमारे देश के भविष्य  यानी  हमारे बच्चों पर पड़ा ।

ऐसा नहीं हुआ कि स्कूल पूरे साल बंद रहे विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास भी  दी गई । सब लोगों के  पास ऑनलाइन क्लास के लिए साधन हो  जरूरी नहीं    है । क्योंकि  हमारे देश में हर     तरह के लोग रहते हैं।

 खैर  हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि  हमारे देश की शिक्षा नीति  और सरकार ही ऐसी है  जिससे आम लोगों से कोई लेना देना नहीं होता है । ।समझ में आए या ना आए यह अलग बात है। 

 करोना महामारी  ने तो  परेशान  किया ही साथ ही  अगर हम बात करें प्राकृतिक आपदा की तो वह भी देश को परेशान करने में पीछे नहीं रही।
 । 2020 एक ऐसा साल रहा जब सबसे ज्यादा प्राकृतिक आपदाएं घटी  ।जहाँ  देश को आर्थिक रूप से नुकसान तो  सहना पड़ा साथ ही  न जाने कितने लोग अपनों से और अपने घर से बेघर हो गए ।
इस साल सबसे ज्यादा नुकसान बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात तूफान   अम्फन  की वजह से हुआ। जहाँ लोगों को अपना घर और न जाने कितने लोगों को अपनो से बिछड़ना पड़ा। इसका सबसे ज्यादा असर भारत और बांग्लादेश पर पड़ा ।

कुल मिलाकर भूकंप भी इस साल काफी आए। पर इनसे  नुकसान उतना नहीं हुआ। फिर भी सभी के   मन में भूकंप को लेकर डर बना रहा।
 बात करें अगर हम   टिड्डी आक्रमण की तो  इस साल परेशान करने में पीछे  वह भी   नहीं रहे।
 टिड्डी  दल के  आक्रमण जिससे किसानों की फसलों को भारी मात्रा में नुकसान हुआ।
 यह परेशानी राजस्थान से शुरू हुई और पूरे  उत्तर भारत में उसने अपना कहर बरसाया ।

साल 2020 को महाराष्ट्र  में एक नया तूफान निसर्ग भी आया  जो  महाराष्ट्र के के समुद्र अरब सागर और  भारत के पश्चिमी तट से टकराया पर  इससे कोई ज्यादा  नुकसान नहीं हुआ है ।
 
 हम सभी का साल 2020   घर पर ही  बीता। लोगों ने  घर से ही काम किया और कुछ लोग बाहर भी गए  लेकिन  करोना का डर  हमेशा पूरे साल भर बना रहा ।


पर इसी बीच कुछ अच्छा भी रहा बहुत सारे लोग जो अपनों को वक्त नहीं दे पाते थे वह घर में रहकर  अपनों के बीच रहे  उन्हें   अपने  घर  वालों के साथ समय  बिताने का मौका मिला।

 जिन लोगों को खाना नहीं बनाना आता था उन लोगों ने भी   खाना बनाना सिखा। और  वह सबअच्छे खासे कुक भी  बन गए। 

 जो लोग घर काम का  करना नहीं जानते थे साल 2020 ने उन्हें भी घर के काम में  निपुण बना दिया।

 जो लोग घर का बना खाना पसंद नहीं करते थे विशेष रूप से हम बात करें बच्चों की तो उन्होंने  भी इस साल 2020 में घर पर ही खाना खाया।
 
पर जो भी हो गया उस समय को हम नहीं बदल सकते ।पर एक प्रार्थना ईश्वर से जरूर हम सब कर सकते हैं ।

आने वाला साल हम सभी लोगों के लिए खुशहाली और शांति लेकर आए ।

इसी आशा के साथ में आज आपनी छोटी सी कविता  2020 को विदा करते हुए लिखने जा रही हूँ ।



   मुश्किलों और मुसीबतों का साल रहा 2020 ,
हम सबका घर पर ही बीता साल 2020।

 किसी के लिए अच्छा तो किसी के लिए बहुत बुरा रहा साल 2020 ,
अपनों के संग वक्त बिताएं कैसे यह सिखा कर गया साल 2020।

 तीज -त्योहार की खुशियां भी लेकर गया साल 2020,
 घर का काम करें हम कैसे यह भी सिखा गया साल 2020।

  जो लोग नहीं जानते थे घर में  खाना बनाना, 
 उन्हें भी एक अच्छा कुक बना गया साल 2020।


 ज्ञान न था जिन्हें   कंप्यूटर चलाने का,
 उन्हें भी    करा गया ज्ञान  कंप्यूटर का साल 2020 ।


बच्चों के संग ऑनलाइन क्लास करके,
 हमारी भी स्कूल की याद ताजा करा  गया साल 2020 ।

कम खर्च में करें हम गुजारा कैसे,
 यह भी  हमें सिखा गया साल 2020।


 हर सिक्के के होते हैं दो पहलू हमेशा, 
 तो कुछ अच्छा   पर बहुत बुरा रहा साल 2020 ।


 आने वाले सालों में याद रहेगा हम सबको साल 2020,
 क्योंकि खतरों और दहशत का साल रहा 2020।


 पर जैसा भी रहा साल 2020 ,
चलो हंस कर विदा करें साल 2020।

धन्यवाद मेरा ब्लाॅग पढ़ने के लिए 


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