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जानिए तूफान क्या होते हैं?किस आधार पर इन तूफानों का नामकरण किया जाता है।

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से।  मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है।  तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्‍यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्‍लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्‍की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और इससे एक स

गणित दिवस

स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉक में ।

मैं आज लेकर आई हूँ 22 दिसंबर क्यों खास है उसके बारे में मेरी छोटी सी जानकारी और मेरी कविता।
 आज 22 दिसंबर है गणित विषय के लिए बहुत खास दिन माना जाता है ।

क्योंकि इस दिन भारत के महान गणितज्ञ रामानुजन के जन्म दिवस को  गणित दिवस के रुप में मनाया जाता है।
 रामानुजन  ने गणित को ऐसे बहुत सारे सिद्धांत और बहुत  फार्मूले दिए जो आज सभी के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए हैं । रामानुजन ने अपने जीवन में बहुत कम समय मे fraction,  infinite  सीरीज, number theory and  मैथमेटिकल एनालिसिस के बारे में लोगों को बताया. ।
 
गणित विषय में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। 
वैसे  तो  प्राचीन समय में आर्यभट्ट,  ब्रह्मा गुप्ता, और महावीर जैसे लोगों का भी गणित में अपना एक विशेष योगदान रहा है ।

बात करें इस दिन को क्यों मनाया जाता है ।हम सभी जानते हैं गणित ऐसा विषय है 

जिसे बच्चे हम यदि बचपन के बात करें  तो सभी को थोड़ा सा डर लगता है ।

पर बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिन्हें गणित विषय बहुत अच्छा लगता है ।गणित   एक ऐसा विषय  है जो हमारे जीवन के हर क्षेत्र में बहुत उपयोगी होता है।

 आपको पता है यह दिन क्यों मनाया जाता है तो इस दिन को   मनाने का कारण गणित के विषय के प्रति लोगों   दिलचस्पी को बढ़ाना है ।

और गणित के अध्यापकों को गणित किस तरीके से  दिलचस्प बनाया जाए  उसके बारे में जानकारी दी जाती है ।
 
 श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर   1887को  कोयंबटूर के इरोड गाँव में हुआ था। 

उन्होंने न केवल  गणित को भारत में बल्कि पूरे विश्व में एक अलग पहचान दिलाई थी ।
 बचपन से ही गणित के प्रति उनका बेहद लगाव था ।उन्होंने गणित के क्षेत्र में बहुत से महान कार्य किए। 

उनकी उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए 22 दिसंबर को सरकार ने उनकी  जयंती को गणित दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया ।

तभी से 22 दिसंबर को गणित दिवस के रूप में  मनाया जाता है। रामानुजन ने अपने छोटी सी आयु में ऐसे बहुत से कार्य किए जो शायद आम मनुष्य पूरे जीवन में ना कर सके ।
2015 में उनकी जीवनी पर आधारित एक फिल्म भी बनी। 

जिसका नाम 'द मैन हू न्यू इनफिनिटी 'रिलीज हुई थी ।जिसमें उनके जीवन के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है । 

अपने  सिर्फ 32 साल की उम्र में ही ने संसार  से उन्होंने  विदा ले ली। और अपने छोटे से जीवन में इन्होंने ऐसे बहुत से कार्य किए जो गणित के लिए आज एक उपलब्धि के रूप में माने  जाते हैं।



 मेरी छोटी सी कविता रामानुजन को श्रद्धांजलि देते हुए।


 22  दिसंबर था वह दिन ऐसा, 
 जब  देश के गणितज्ञ महान रामानुजन ने जन्म लिया था।

 केवल भारत में ही नहीं, 
विश्व में पूरे  अपना नाम कमाया था।

 गणित  था  विषय ऐसा ,
जिसे देखकर लोगों को डर लगता था।


 पर रामानुजन थे गणितज्ञ ऐसे,
 जिन्होंने गणित विषय  को एक खेल बनाया था।


 fraction  हो या infinite  सीरीज हो या नंबर थ्योरी, 
 इन सबसे लोगों को परिचित कराया था ।


छोटे से ही जीवन में अपने, 
आश्चर्यजनक कार्य कर दिखाया था। 

देने सम्मान उनकी उपलब्धियों को,
 भारत सरकार ने 22 दिसंबर को गणित दिवस घोषित किया था।


 22 दिसंबर को गणित दिवस के रूप में सदा मनाया जाएगा,
 ऐसे ही उनको हमेशा  हम सब के द्वारा याद किया जाएगा।




धन्यवाद मेरा ब्लाॅग पढ़ने के लिए 

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