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जानिए तूफान क्या होते हैं?किस आधार पर इन तूफानों का नामकरण किया जाता है।

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से।  मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है।  तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्‍यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्‍लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्‍की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और इससे एक स

प्याज के बारे में दिलचस्प जानकारी

नमस्कार स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉक में।
 मैं आज लेकर आई हूँ बहुत ही दिलचस्प जानकारी हम सब के पसंदीदा सब्जी प्याज़ के बारे में कि हमें वह क्यों रुलाता है।
 चलिए चलते हैं जाने के लिए प्याज काटने पर लोगों को क्यों आंसू आते हैं।।

 बहुत से लोग इस बारे में जानना चाहते हैं कि प्याज काटने पर हमारे आंखों में आंसू क्यों आते हैं। प्याज़ एक ऐसी सब्जी है जिसके बगैर हमारा खाना अधूरा  रहता है।
 प्याज़ जरूर हमें रुलाता है पर इसके बगैर खाना हमें स्वाद भी नहीं लगता है । पर क्या कारण है कि प्याज काटने पर हमारे आंखों में आंसू आते हैं।
 चलिए चलते हैं जानने के लिए इस दिलचस्प   जानकारी के बारे में।
 अक्सर हमारे दिमाग में यह बात  घूमती रहती है कि प्याज हमें क्यों रुलाता है?  इसका कारण  प्याज में साइन  प्रोपेन्थियल एस ऑक्साइड नाम का एक ऐसा केमिकल होता है जो यदि हवा के संपर्क में आ जाए तो हमारे आंखों के लेक्रामाइल जिसे हम अश्रु ग्रंथि भी कहते हैं उसको परेशान करने लगता है मेरा मतलब है कि उसे उत्तेजित कर देता है। जिससे हमारे आंखों में जलन होती है  और हमारी आंखों से आंसू निकलने लगते हैं।


पहले साइंटिस्ट प्रक्रिया के लिए एलीनेस नाम के एन्ज़ाइम को जिम्मेदार समझते थे। लेकिन साइंटिस्टों के रिसर्च के बाद उनको एक नया एन्ज़ाइम मिला जिसका नाम लेकर लैक्राइमेट्री फेक्टर सिंथेसिस रखा गया ।
 जब हम प्याज़ काटते  हैं उसमें से लेक्राइमेट्री सेक्टर सिन्थेसिस  एन्जाइम  रिलीज होते हैं। यह एंजाइम प्याज के अमीनो एसिड को सल्फेनिक ऐसिड में बदल देता है ।उसके बाद सल्फोनिक एसिड साइन प्रोपेन्थियल एस   ऑक्साइड में बदल  जाता है।
 हवा के जरिए जब यह हमारे आंखों के संपर्क में आता है तो हमारे आंखों के लेक्राइमल  ग्लैंड में जलन शुरू कर देता है और वह उत्तेजित होकर हमारे आंखों  से आंसू निकालने  लगते है ।

इस कारण है से  हमारे आंखों में आंसू निकलने लगते हैं ।इसलिए आंखों की जलन से बचने के लिए हमेशा प्याज को काटने से पहले पानी में डालकर काटे तो इस तरह की परेशानी से हम बच सकते हैं।

 मेरा ब्लॉक पढ़ने के लिए धन्यवाद

Comments

Unknown said…
👌👌👌👌👌👌 vvv nice