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जानिए तूफान क्या होते हैं?किस आधार पर इन तूफानों का नामकरण किया जाता है।

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से।  मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है।  तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्‍यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्‍लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्‍की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और इससे एक स

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस

नमस्कार स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉग में ।

मैं आज लेकर आई हूँ  बहुत ही खास विषय अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है इस पर मेरा छोटा सा लेख।





जिस तरह भारत में शिक्षक दिवस शिक्षकों को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। उसी तरह अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस सारी दुनिया में शिक्षकों की भूमिका और उसकी जिम्मेदारियों को समझाने के लिए मनाया जाता है।


शिक्षक दिवस भारत में 5 सितंबर को मनाया जाता है। वैसे तो यूनेस्को ने साल 1994 में 5 सितंबर  को टीचर्स डे यानी शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा की थी।

 हम सब जानते हैं कि हम अपने महान शिक्षक सर्वपल्ली राधा कृष्ण की याद में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं।
 लेकिन वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। हालांकि इसे मनाने के लिए यूनेस्को और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने 1966 में ही  इस मसौदे को मंजूरी दी थी; लेकिन इसे 5 अक्टूबर 1994 को स्वीकार  किया गया। एक ऐसा दिन ,  जब शिक्षा के जरिए नई पीढ़ी को ज्ञान स्थानांतरित करने वालों का सम्मान हो ।


 जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस का इतिहास।

1966 में यूनेस्को और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की बैठक में शिक्षकों के अधिकारों जिम्मेदारियों रोजगार और आगे की शिक्षा के साथ गाइडलाइन  बनाने  की  बात   गई थी । संयुक्त राष्ट्र में विश्व शिक्षक दिवस को  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने के लिए साल 1994 में 100 देशों के समर्थन से यूनेस्को की सिफारिश को पारित कर दिया गया।
 इसके बाद 5 अक्टूबर शिक्षक दिवस मनाने की प्रथा शुरू हुए।



अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाने के पीछे प्रमुख कारण है।
 की पूरी दुनिया भर में शिक्षकों की स्थिति की सराहना मूल्यांकन और सुधार करना है।
 इस दिन को शिक्षकों और शिक्षा से संबंधित मुद्दों पर विचार करने और उन्हें संबोधित करने के अवसर के रूप में देखा जाता है।
 अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाने के लिए यूनेस्को और एजुकेशन इंटरनेशनल हर साल शिक्षकों और उनके पेशे की बेहतर समझ प्रदान करने के लिए विभिन्न विषयों पर केंद्रित एक अभियान आयोजित करता है। क्योंकि वे छात्रों और समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
 सच ही कहा गया है कि समाज का बेहतर भविष्य हर स्कूल में पलता है ।और एक बेहतर शिक्षक के द्वारा ही यह संभव हो पाता है। इसलिए शिक्षकों का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। न केवल भारत में ही बल्कि पूरे विश्व में शिक्षकों के सम्मान के लिए आज का दिन यानी 5 अक्टूबर बेहद सम्मान से मनाया जाता है।


अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस 2021 की थीम।

हर साल अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस की थीम निर्धारित की जाती है इस साल 2021 की थीम है शिक्षक बढ़ते संकट के बीच bhavishya की नई कल्पना अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस यूनिसेफ अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन और अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के साथ साझीदारी में मनाया जाता है सतत विकास लक्ष्य 4 के तत्व जुकेशन 2030 एजेंडा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों के योगदान को सर्वोच्च मान्यता देने की बात की गई है

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