नमस्कार स्वागत है सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉग में।
मैं आज लेकर आई हूं बहुत ही रहस्यमई द्वीप मेक्सिको के बारे में मेरे महत्वपूर्ण जानकारी।
दुनिया में बहुत से ऐसे रहस्यमई जगह है जहां के रहस्यों को आज तक कोई भी व्यक्ति समझ नहीं पाया है ।आज के मॉडर्न युग में भी लोग उनकी रहस्य के बारे में जाने के लिए उत्सुक रहते हैं।
ऐसा ही द्वीप है मेक्सिको का। एक बहुत ही रहस्यमई द्वीप है। जिसे गुड़िया के द्वीप के नाम से जाना जाता है। आज तक उसके रहस्य को कोई भी नहीं समझ पाया है ।जो स्थित है मेक्सिको के दक्षिण में ला इस्ला डी लास म्युनिकेस में जो मैक्सिको सिटी में स्थित है।
यहां पर जो रहस्यमई द्वीप है । जहां पेड़ों पर आपको अलग-अलग तरह की गुड़िया लटकी हुई दिखाई देंगी।
आज तक कोई भी इस रहस्य को नहीं जान पाया है कि वह गुड़िया कहां से आई है। जहां पर एक पेड़ में नहीं बल्कि सारी पेड़ों में गुड़िया लटकती हुई दिखाई देती है। ऐसा नहीं है कि यहां पर घूमने के लिए कोई भी पर्यटक नहीं आते हैं बल्कि रहस्यमई और डरावनी जगह होने के बावजूद भी लोग दूर-दूर से इस द्वीप को देखने के लिए आते हैं।
स्थानीय निवासियों से और गाइड से पता करने पर यह पता चला कि इस द्वीप में एक डॉन जूलियन सेनताना बैरेरा नाम के एक व्यक्ति थे। जो इस जगह के केयरटेकर थे।।
कहा जाता है एक बार डॉन जूलियन को नदी में बहती हुए एक बच्ची मिली ।उस समय उस बच्ची की मृत्यु नहीं हुई थी। डॉन जूलियन ने उस बच्ची को बचाने की बहुत कोशिश की है पर वह बच्ची बच नहीं पाई और उसकी मृत्यु हो गई है।
डॉन जूलियन ने उसे उसी नदी के किनारे दफना दिया और कहा जाता है कि कुछ समय बाद उसी नदी में एक बहती हुई गुड़िया जूलियन को मिली है और डॉन जूलियन को उस बच्ची के मरने के बाद आवाज सुनाई देती थी मुझे मेरी गुड़िया चाहिए तो डॉन जूलियन ने उस गुड़िया को उसी पेड़ में लटका दिया जहां बच्ची को दफनाया गया था।
इसके बाद डॉन जूलियन को और भी बहुत सारी गुड़िया नदी में मिली तो सारी गुड़ियाओं को डॉन जूलियन ने उसी नदी के किनारे जो पेड़ थे वहां पर लटका दिया।कहां जाता है डॉन जूलियन की मृत्यु भी उसी जगह पर हुई जहां पर वह लड़की को दफनाया गया था।
लोगों का मानना है कि पेड़ों पर लटकती हुई गुड़िया को देख कर ऐसा लगता है जैसे सभी गुड़िया आपस में कानाफूसी कर रही हो और आंखें झपका रही हो।
स्थानीय लोगों का यह मानना है कि उस बच्ची की आत्मा इन सभी गुड़ियों में बसी हुई है।
कहा जाता है 1950 में इस द्वीप का नाम the island of the doll रखा गया।
कहा जाता है यह आईलैंड 1943 से प्रसिद्ध हुआ जब मैक्सिकन फिल्म मेकर Emilio Fernandez ki film Maria Candelaria की शूटिंग हुई थी। तभी से पर्यटकों का आकर्षण इस द्वीप की तरफ बढ़ा।
अभी भी इन दिनों में बहुत सारे गुड़िया पेड़ों पर लटकती हुई दिखाई देती हैं।
गुड़िया के अलावा इस द्वीप में एक संग्रहालय भी है। जहां पर इस गुड़िया के बारे में और इस द्वीप के मालिकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
इतनी रहस्यमई द्वीप होने के बावजूद भी यह द्वीप पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ।
लेकिन इस द्वीप में अकेले जाना बिल्कुल मना है। इस द्वीप में जाने के लिए पर्यटकों को अपने साथ एक गाइड को रखना अनिवार्य होता है।
पर गुड़िया उस द्वीप में कैसे आई आज तक भी इसके पीछे क्या कहानी है। यह बातें कोई भी नहीं जान पाया है।
https://youtu.be/QVIcGH8ebkY
बहुत-बहुत धन्यवाद मेरा ब्लॉक पढ़ने के लिए।
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