IN THIS BLOG I WRITE POEMS AND INFORMATION ABOUT BEST PLACES TO TRAVEL IN INDIA.
// इस ब्लाॅग में मैं कविताएँ व भारत में सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगह के बारे में
जानकारी देती हूँ ।।
नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से। मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है। तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और ...
Get link
Facebook
X
Pinterest
Email
Other Apps
दिल्ली का ❤️ कनॉट प्लेस
नमस्कार स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉग में।
मैं आज लेकर आई हूं दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में हमारे यादगार पल।
बात करूं अगर मैं तो कनॉट प्लेस को दिल्ली का दिल कहा जाता है यहां पर आपको हर तरह की दुकानें हर तरह की चीजों के दर्शन हो जाएंगे।कनॉट प्लेस दिल्ली का सबसे बड़ा व्यवसायिक और व्यापारिक केंद्र भी माना जाता है ।
इसका नाम ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्य ड्यूक ऑफ कनाट के नाम पर रखा गया था ।
मार्केट का डिजाइन डब्ल्यू एच निकोल और टार रसेल ने बनाया था।
कनाट प्लेस अपने समय में भारत की सबसे बड़ी मार्केट थी ।वैसे तो आज भी सबसे बड़ी मार्केट है। यहां पर आपको हर तरह की शोरूम और हर तरह की चीजें मिल जाएंगी। इसकी स्थापना वर्षों पहले दिल्ली में खरीदारी का प्रमुख केंद्र के लिए की गई थी ।यहां की इनर सर्किल में लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के कपड़ों के शोरूम रेस्टोरेंट और बार भी हैं ।
यहां किताबों की दुकान भी आपको मिल जाएगी जहां पर आपको हर तरह की स्कूल हो या प्रोफेशनल कोर्सेज की सारी किताबें प्राप्त हो जाएंगी।
बात करें अगर हम कनॉट प्लेस घूमने की तो यहां घूमने का जो दिन है वह सोमवार से शुक्रवार ज्यादा अच्छा माना जाता है क्योंकि यहां पर सारी शोरूम और दुकान आपको खुली मिलेगी ।वीकेंड यानी शनिवार और इतवार को ज्यादातर शोरूम और दुकानें आपको बंद मिलेंगे ।
लेकिन खाने के सभी रेस्टोरेंट और दुकानें आपको यहां पर शनिवार और इतवार को भी दोनों ही खुले मिलेंगे।
कनॉट प्लेस एक ऐसी जगह है जो बाहर से आने वाले लोगों के लिए बेहद खास मानी जाती है ।वैसे कनाॅट प्लेस मेरी भी फेवरेट जगह है। कनॉट प्लेस में ऐसी बहुत सी जगह है जहां पर हम घूमने जा सकते हैं। सबसे पहली जो जगह है कनॉट प्लेस में घूमने वाली वह है।
बंगला साहिब गुरुद्वारा_
कनॉट प्लेस एक ऐसी जगह है जहां जहां पर बेहद चहल पहल रहती है पर जो लोग शांति से रहना पसंद करते हैं उनके लिए कनॉट प्लेस में बंगला साहिब गुरुद्वारा सबसे अच्छी जगह मानी जाती है ।जो कनॉट प्लेस के कोलाहल से दूर हैं जो शांति वाली जगह मानी जाती है। जहां पर एक झीलभी है जहां आप आराम से बैठकर ध्यान कर सकतेे हैं ।यहां पर हर रोज 25 से 30,000 भक्तों लंगर परोसा जाता है ।यहां का लंगर मेरा पसंदीदाा है।
कनॉट प्लेस का शॉपिंग सेंटर-
कनॉट प्लेस में जो लोग लग्जरी ब्रांड की चीजें खरीदना चाहते हैं उनके लिए यहां पर बहुत सारे शोरूम भी हैं ।जहां से लोग अपनी पसंद की चीजें खरीद सकते हैं।घर की सजावट के सामान, कपड़े ,सौंदर्य उत्पाद एक्सेसरीज ,जंक ज्वेलरी ,हैंडीक्राफ्ट, जूते और कई तरह की चीजें आपको यहां पर मिल जाएंगे।
अगर आप बारगेन करने के शौकीन हैं ।तो आपके लिए
जनपद बजार पालिका बाजार सबसे अच्छी जगह में से एक हो सकती है ।सीपी के अंदर और बाहरी घेरे के बीच भूमिगत बाजार है। जिसे अंडरग्राउंड मार्केट के नाम से भी जाना जाता है ।जहां पर आपको हर चीज मिल जाएगी। लेकिन जरूरत है थोड़ा सा बारगेन करने की।
कनॉट प्लेस स्ट्रीट फूड-
जो लोग स्ट्रीट फूड खाने के शौकीन है ।उनके लिए यह जगह बेहद अच्छी जगह में से एक मानी जाती है।
यहां की स्ट्रीट फूड को भी आजमाएं और यहां का मजा उठाइए। अगर आप कनॉट प्लेस आए हैं तो आपको एक बार कुल्चा जंक्शन पर ठंडी लस्सी के साथ अमृतसरी कुल्चा, स्ट्रौबरी मिल्क शेकजरूर आजमाना जाना चाहिए ।और यहां की भेलपुरी और जैन चावल वाले के छोले भटूरे और राजमा चावल अच्छे लगेंगे।
अग्रसेन की बाओली-
अगर आप इतिहास प्रेमी है या वास्तुकला को पसंद करते हैं तो आपको एक बार अग्रसेन की बाओली जाना चाहिए ।जिससे 14वीं शताब्दी में बनाया गया था। पहले इसका इस्तेमाल पानी को जमा करने के लिए किया जाता था ।साथ ही सोहलाइजिंग के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता था ।आज इसकी पुराने ईंट की दीवारें फोटो खिंचवाने के लिए एकदम परफेक्ट मानी जाती है।
खगोल विज्ञान के शौकीन लोगों के लिए जंतर-मंतर भी एक अच्छी जगह है। जो समय और तारीख प्रदान करने के लिए अच्छी जगह मानी जाती है।
सेंट्रल पार्क-
सेंट्रल पार्क अपनी खूबसूरती और हरियाली और खासकर दोस्तों के साथ घूमने के लिए एक बेहतर जगह मानी जाती है। अगर आप लोगों को परिवार के साथ घूमना है और बच्चों को घुमाना है तो यह जगह खूबसूरत मानी जाती है। पार्क के चारों तरफ ऊंचे ऊंचे पेड़ और पार्क के बीच में लगा भारतीय झंडा हर किसी को देशभक्ति की भावना से भर देता है ।मुझे लहराता झंडा बेहद खूबसूरत लगता है। जब हवाओं में झंडालहराता है वो झंडा देखने लायक होता है ।फोटोग्राफी के शौकीन लोग बहुत खूबसूरती के साथ यहां पर फोटो खिंचवाना भी पसंद करते हैं। यहां विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों और संगीत कार्यक्रमों का भी स्थान है। जो अक्सर यहां देखे जा सकते हैं ।कपल्स के लिए भी यह जगह पसंदीदा जगह मानी जाती है।
कनॉट प्लेस में जब हम घूमने के लिए गए तो वहां पर मुझे एक भैया स्टैचू की तरह खड़े दिखाई दिए ।पहले मुझे समझ में ही नहीं आया कि वह स्टेच्यू है या सच के हैं ।लेकिन पास जाकर जब देखा तो भैया सच में एक इंसान थे ।जो दूर से दिखाई देने पर बिल्कुल एक मूर्ति की तरह दिखाई दे रहे थे ।जब मैंने उनसे पूछा कि पहले तो वह कनॉट प्लेस में नजर नहीं आते थे ।तो उनसे पूछने पर पता चला कि वह 1 साल से ही आए हैं और लगातार 20 मिनट तक खड़े रहकर लोगों का मनोरंजन करते हैं ।पूछने पर यह भी बात पता चले कि गर्मियों के दिनों में भी वह लगातार 20 मिनट तक खड़े होकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। बस अंतर सिर्फ यही होता है कि गर्मियों में उनके कपड़े बदल जाते हैं ।गोल्डन कलर में कपड़ों के साथ वह एक मूर्ति की तरह ही दिखाई दे रहे थे ।सभी लोग उनके सामने फोटो खिंचवा रहे थे। तो मेरे बेटे ने भी उनके साथ एक फोटो खिंचवाई है यह भी कनॉट प्लेस में देखने लायक है।
कनॉट प्लेस में जब हम गए तो बहुत पुरानी एक किताब की दुकान हमें दिखाई दे जो जैन बुक एजेंसी के नाम से जानी जाती है वह दुकान भी कनॉट प्लेस में बहुत पुरानी किताब की दुकान है जहां पर प्रोफेशनल कोर्स की सारी किताबें मिलते हैं वहां शॉप वाले भैया से पूछने पर पता चला कि वे किताबों को ऑनलाइन भी बेचते हैं तो यह भी एक नई जानकारी पता चली है।
कनॉट प्लेस में दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी खिलौनों की दुकान है। यह भी है कहा जाता है यह विलियम हैमले जो अंग्रेज थे जिन्होंने 1760 में इसे स्थापित करा था। यहां पर आपको हर तरह के खिलौन लोगों को कनॉट प्लेस में घूमने लायक बहुत सारी शॉप से पर करोना के थर्डवेव की वजह से हम घूम नहीं पाए थे । पर फिर भी हमें बहुत मजा आया।जहां पर मैंने अपना पहला velog स्टार्ट किया था। हैमलेज़ में फोटो खींचने की मनाही है तो मैं फोटो खींच नहीं पाईं थी।
Comments