Search This Blog
IN THIS BLOG I WRITE POEMS AND INFORMATION ABOUT BEST PLACES TO TRAVEL IN INDIA. // इस ब्लाॅग में मैं कविताएँ व भारत में सबसे ज्यादा घूमे जाने वाली जगह के बारे में जानकारी देती हूँ ।।
Featured post
- Get link
- X
- Other Apps
ब्लैक एंड वाइट से दूरदर्शन के रंगीन होने का सफर है
आज ही के दिन 1982 में पहली बार दूरदर्शन ब्लैक एंड वाइट से कलर यानी रंगीन हुआ था। यानी 40 साल पहले आज ही के दिन देश में टीवी पर पहली बार रंगीन प्रसारण हुआ था। भारत में पहली बार रंगीन प्रसारण का फैसला देश में होने वाले एशियाई गेम्स को देखते हुए लिया गया था।
अपने जन्म के 23 साल बाद यानी 1982 में दूरदर्शन रंगीन हुआ। उस समय दूरदर्शन का ब्लैक एंड व्हाइट से रंगीन होना इतनी बड़ी उपलब्धि थी कि वह संपन्नता की निशानी बन गया। कलर टीवी की डिमांड इतनी ज्यादा हो गई कि सरकार को उसे इम्पोर्ट करवाना पड़ा।
रंगीन प्रसारण ने टीवी की लोकप्रियता में लगाए चार चांद
उसी साल 15 अगस्त को देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लाल किले पर दिए गए भाषण के रंगीन प्रसारण के बाद उसी साल नवंबर में हुए एशियन गेम्स का भी रंगीन प्रसारण किया गया था। दूरदर्शन पर शुरू हुए रंगीन प्रसारण ने भारत में टीवी की कामयाबी और लोकप्रियता की नई दास्तां लिखी।
अब रिमोट के बस एक क्लिक पर टीवी के सैकड़ों चैनल मौजूद हैं। शुरुआत में कुछ घंटे चलने वाले टीवी चैनलों का प्रसारण अब 24 घंटे होने लगा है। समाचार, फिल्में, खेल, गाने, भक्ति हर क्षेत्र से जुड़े अलग-अलग चैनल हैं।
आज ही के दिन 1982 में पहली बार दूरदर्शन ब्लैक एंड वाइट से कलर यानी रंगीन हुआ था। यानी 40 साल पहले आज ही के दिन देश में टीवी पर पहली बार रंगीन प्रसारण हुआ था। भारत में पहली बार रंगीन प्रसारण का फैसला देश में होने वाले एशियाई गेम्स को देखते हुए लिया गया था।
अपने जन्म के 23 साल बाद यानी 1982 में दूरदर्शन रंगीन हुआ। उस समय दूरदर्शन का ब्लैक एंड व्हाइट से रंगीन होना इतनी बड़ी उपलब्धि थी कि वह संपन्नता की निशानी बन गया। कलर टीवी की डिमांड इतनी ज्यादा हो गई कि कि सरकार को उसे इम्पोर्ट करवाना पड़ा।
रंगीन प्रसारण ने टीवी की लोकप्रियता में लगाए चार चांद
उसी साल 15 अगस्त को देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लाल किले पर दिए गए भाषण के रंगीन प्रसारण के बाद उसी साल नवंबर में हुए एशियन गेम्स का भी रंगीन प्रसारण किया गया था। दूरदर्शन पर शुरू हुए रंगीन प्रसारण ने भारत में टीवी की कामयाबी और लोकप्रियता की नई दास्तां लिखी।
अब रिमोट के बस एक क्लिक पर टीवी के सैकड़ों चैनल मौजूद हैं। शुरुआत में कुछ घंटे चलने वाले टीवी चैनलों का प्रसारण अब 24 घंटे होने लगा है। समाचार, फिल्में, खेल, गाने, भक्ति हर क्षेत्र से जुड़े अलग-अलग चैनल हैं।
1959 में हुई थी दूरदर्शन की शुरुआत
दूरदर्शन की शुरुआत 1959 में इंडियन टेलीविजन के रूप में हुई थी। पहले ये आकाशवाणी का ही हिस्सा था, लेकिन बाद में उससे अलग हो गया। यूनेस्को की मदद से शुरुआत में दूरदर्शन पर हफ्ते में दो दिन केवल एक-एक घंटे के कार्यक्रम प्रसारित होते थे। इनका उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना होता था।
1965 में इसका रोजाना प्रसारण शुरू हुआ। समाचार आने लगे। फिर कृषि दर्शन आया, जो आज भी दूरदर्शन के अलग-अलग चैनलों पर प्रसारित होता है। चित्रहार पर फिल्मी गाने प्रसारित होते थे।
80 के दशक में दूरदर्शन घर-घर में छा गया। दूरदर्शन पर प्रसारित पहला सीरियल हम लोग था। इसके बाद इस पर प्रसारित होने वाले रामायण और महाभारत जैसे पौराणिक सीरियलों ने जबर्दस्त लोकप्रियता हासिल की। इन दोनों सीरियल के प्रसारण के समय देश में सड़कें वीरान हो जाया करती थीं।
1959 में शुरू होने वाले दूरदर्शन का1965 में रोजाना प्रसारण प्रारंभ हुआ. 5 मिनट न्यूज बुलेटिन भी इसी साल से शुरू हुआ.
1986 में शुरू हुए 'रामायण' और इसके बाद शुरू हुए 'महाभारत' के प्रसारण के दौरान हर रविवार को सुबह देश भर की सड़कों पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा पसर जाता था और लोग सड़कों पर अपनी यात्रा 'रामायण' और 'महाभारत' के प्रसारण के दौरान नहीं करते थे.
मुझे आज भी वह दिन याद है जब हफ्ते में केवल रविवार के दिन एक मूवी आती थी। जिसका पूरे सप्ताह भर हम लोग इंतजार करते थे ।कार्टून कि अगर मैं बात करूं आज कार्टूनों की इतनी चैनल हो गए हैं कि बच्चों को कार्टून देखने के लिए हफ्ते में एक दिन का इंतजार नहीं करना पड़ता है बल्कि पूरे दिन ही कार्टून चलते रहते हैं।
एक समय वह भी था जब कार्टून केवल रविवार को सुबह 10:00 बजे से शुरू होता था हम और हमारा पूरा परिवार एक साथ बैठकर उस कार्यक्रम का आनंद उठाते थे समय के साथ दूरदर्शन ने बहुत ज्यादा उन्नति करी है।
आज दूरदर्शन को रंगीन हो गए पूरे 38 साल पूरे हो गए हैं।
अगर आपको मेरा यह ब्लॉग पसंद आए तो प्लीज मुझे ब्लॉग में कमेंट कीजिए
- Get link
- X
- Other Apps
YOU MAY ALSO READ !!!
उत्तराखंड का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर कटारमल
- Get link
- X
- Other Apps
Comments