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जानिए तूफान क्या होते हैं?किस आधार पर इन तूफानों का नामकरण किया जाता है।

नमस्कार स्वागत है आप सभी का मेरे ब्लॉग में एक बार फिर से।  मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी तूफान किसे कहते हैं और किस आधार पर इनका नामकरण किया जाता है।  तो चलिए चलते हैं जानते हैं क्या होते हैं तूफान। क्‍यों आते हैं चक्रवाती तूफान! कैसे होता है इनका नामकरण, भारत ने रखे हैं कितने तूफानों के नाम? जानें सबकुछ। चक्रवात एक सर्कुलर स्टॉर्म यानी गोलाकार तूफान होते हैं, जो गर्म समुद्र के ऊपर बनते हैं. हर तरह के साइक्लोन बनने के लिए समुद्र के पानी के सरफेस का तापमान 25-26 डिग्री के आसपान होना जरूरी होता है. यही वजह है कि साइक्‍लोन अधिकतर गर्म इलाकों में ही बनते हैं. दरअसल समुद्र का तापमान बढ़ने पर उसके ऊपर मौजूद हवा गर्म और नम हवा होने की वजह से हल्‍की हो जाती है और ऊपर उठती है. इससे उस हवा का एरिया खाली हो जाता है और नीचे की तरफ हवा का प्रेशर कम हो जाता है। इस खाली जगह पर आसपास की ठंडी हवा पहुंचती है और वो भी गर्म होकर ऊपर उठने लगती है. इस तरह ये साइकिल शुरू हो जाता है और इससे बादल बनने लगते हैं. तमाम इलाके बारिश से प्रभावित होते हैं और ...

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

नमस्कार स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से मेरे ब्लॉग में।




 मैं लेकर आई हूं आज बहुत इंटरेस्टिंग जानकारी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के बारे में जो हर सल 21 जून को मनाया जाता है। तो चलिए चलते हैं जानने के लिए 21 जून अंतर्राष्ट्रीय दिवस क्यों मनाया जाता है।


आजादी के अमृत महोत्सव में International Yoga Day 2022 _


 

संयुक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया के लिए इस साल यानी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम 'मानवता के लिए योग (Yoga for Humanity)' रखी है. यह थीम भी कोविड-19 महामारी के असर को देखते हुए चुनी गई है.



पूरी दुनिया में 21 जून मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 (International Yoga Day 2022) मनाया जाता है. योग भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों  से जुड़ा हुआ है. लोगों को स्वस्थ और खुशहाल बनाए रखने के लिए योग को काफी असरदार माना गया है. मौजूदा समय में पूरी दुनिया योग की ताकत को मानती है. भारत में सदियों पहले से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए योग का अभ्यास किया जाता रहा है. मौजूदा दौर में भी योगाभ्यास के जरिए जीवन शैली में सुधारकर स्वस्थ रहा जा सकता है।

पहली बार योग दिवस कब मनाया गया


साल 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में भाषण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था. सिर्फ 3 महीने के अंदर बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग दिवस प्रस्ताव को 193 देशों में  175 देशों ने बिना किसी मतदान के 11 दिसंबर 2014 को स्वीकार कर लिया. किसी प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र आम सभा में इतनी बड़ी संख्या में समर्थन एक रिकॉर्ड है. इससे पहले किसी भी प्रस्ताव को इतने बड़े पैमाने पर समर्थन नहीं मिला था।


ऐसा पहली बार हुआ जब किसी देश के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सिर्फ 90 दिनों के भीतर स्वीकार कर लिया गया हो. यह अपने आप में दूसरा बड़ा रिकॉर्ड है. इसके बाद 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. तब से हर साल 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाता है. पहला योग दिवस भारत में संचालित हुआ और इस मौके पर दो रिकॉर्ड बनाए गए. पहला भारत में 35 हजार से ज्यादा लोगों ने एक साथ राजपथ पर योगासन किया और योग दिवस आयोजन में 84 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।



2022 _21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम।

संयुक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया के लिए इस साल यानी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम 'मानवता के लिए योग (Yoga for Humanity)' रखी है. यह थीम भी कोविड-19 महामारी के असर को देखते हुए चुनी गई है. दुनिया भर में कोरोना महामारी ने शारीरिक स्वास्थ्य को तो नुकसान पहुंचाया ही है, बल्कि उससे कहीं ज्यादा चिंता (anxiety), अवसाद (depression) और तनाव (Tension) जैसी मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याएं भी दी हैं. इस समय ये पोस्ट कोविड-19 समस्याएं मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. यूएन ने अपील की है कि योग का मूल सार सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखना या फिर दिमाग और शरीर के बीच संतुलन बनाना नहीं है, बल्कि दुनिया में मानवीय रिश्तों के बीच संतुलन बनाना भी है. इसलिए मानवता के लिए योग 



अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को हर साल 21 जून को  मनाने के पीछे दो मुख्य कारण हैं. 


21जून को मनाने के पीछे भौगोलिक और पौराणिक विशेषता।

पहला कारण भौगोलिक है. इसके अनुसार हर साल इस दिन सूर्य की किरणें सबसे ज्यादा देर तक धरती पर रहती हैं. जिसको प्रतीकात्मक रूप से मनुष्य के स्वास्थ्य और जीवन से जोड़ा जाता है. वहीं, दूसरा कारण यह भी माना जाता है कि 21 जून को ग्रीष्म संक्राति के साथ ही सूर्य दक्षिणायन हो जाता है. पौराणिक और धार्मिक मान्यता है कि इसके बाद आने वाली पूर्णिमा को भगवान शिव ने अपने सात शिष्यों को पहली बार योग की दीक्षा दी 


इस साल हमारी स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसलिए अंतरराष्ट्रीय दिवस भी इस रंग में रंगा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर कर्नाटक के मैसूरु में रहेंगे. वह मैसूर पैलेस ग्राउंड में 15 हजार लोगों के साथ वह योग का अभ्यास करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “कल यानि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. इस बार यह आयोजन ‘मानवता के लिए योग’ की थीम के तहत होगा. आइए, हम सब मिलकर इसे सफल बनाएं । और जो किस प्रकार महत्व है हमारे जीवन में यह सभी को समझाएं।


अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मेरी 4 लाइन की कविता।


 योग से शरीर को निरोग करो,

 आज बैठकर जब प्रण करो।

 21 जून को मिलकर सहयोग करो, 

अंतरष्ट्रीय योग दिवस को सफल करो।


बहुत-बहुत धन्यवाद मेरा ब्लॉग  पढ़ने के लिए ।


 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बहुत-बहुत शुभकामना। 





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